बारिश में नमाज क्यों नहीं पढ़ते हैं_बारिश में नमाज पढ़नी चाहिए या नहीं
अस्सलाम वालेकुम मेरे इस्लामी भाइयों आज मैं आपको एक ऐसी इंफॉर्मेशन देने वाला हूं जिससे आप बहुत खुश होगे बारिश में नवाज क्यों नहीं पड़ते हैं बारिश में नमाज पढ़नी चाहिए या नहीं बारिश में नवाज पढ़ने के तरीके बारिश में नवाज किस तरह से अदा की जाती है। आइए जानते हैं इस आर्टिकल के माध्यम से आपको पूरी जानकारी मिलने वाली है आप थोड़ा सा ऊपर की तरफ स्क्रोल करेंगे तो पूरी जानकारी पढ़ पाओगे।
मुसलमान नमाज कैसे पढ़ते हैं
नमाज पढ़ने के लिए मुसलमान मक्का (किबला) की ओर रूख करके खड़ा हो जाते है, नमाज की नियत का इरादा करता है और फिर "अल्लाह हो अकबर" कहकर तकबीर कहता है। इसके बाद दोनों हाथों को कानों तक उठाकर नाफ के करीब इस तरह बाँध लेता है कि दायां हाथ बाएं हाथ पर। वह बड़े सम्मान से खड़ा होता है उसकी नज़र सामने ज़मीन पर होती हैं।
बारिश में नमाज़ क्यों नहीं पढ़ते
हर मुसलमान को पांच वक्त की नमाज अदा करनी चाहिए अगर दोस्तों आप बारिश में खड़े होकर नमाज अदा कर रहे हैं तो आपको बहुत ज्यादा सवाब मिलता है बारिश में नवाज पढ़ने से बहुत ज्यादा फायदे और अल्लाह की रहमत बरसती है आप अल्लाह की रहमत में नमाज अदा करते हैं तो और ज्यादा अल्लाह आपके गुनाहों को माफ करेगा और आपको बता दूं कि नमाज पढ़ने का तरीका आपको पता नहीं है तो आपको इसी आर्टिकल के अंदर दूसरे आर्टिकल का लिंक मिल जाएगा आप उस पर क्लिक करके पूरी नवाज का तरीका और नियत का तरीका जुमे की नमाज का तरीका आपको बड़ी आसानी से मिल जाएगा यहां क्लिक करें👈
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