जुम्मे रात के दिन फातिहा क्यों लगाते हैं_फातिहा कैसे बक्शी जाती है?
अस्सलाम वालेकुम मेरे इस्लामी भाइयों आज की इस पोस्ट में आप जानेंगे कि सही फातिहा का तरीका Fatiha ka Tarika क्या है। और सुन्नत तरीके से फातिहा कैसे दी जाए। तो चलिए जानते हैं फातिहा का तरीका जब हम अपने घरों में फातिहा लगाते हैं तो दोस्तों आपको बता दूं कि फातिहा कैसे बक्शी जाती हैं फातिहा मैं क्या क्या पढ़ा जाता है फातिहा क्या है फातिहा का तरीका फातिहा की दुआ है हिंदी में इस आर्टिकल के माध्यम से आपको पूरी जानकारी मिल जाएगी |
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फातिहा कैसे बक्शी जाती है |
जुम्मे रात की फातिहा देने का सही तरीका
औरत नियाज पर फातिहा कर सकती हैं क्या औरतें खुद नियाज फातिहा कर सकती हैं फातिहा करने का आसान तरीका जुम्मे रात के दिन अपने घर पर खाने पर फातिहा लगाने का आसान तरीका आइए जानते हैं |
फातिहा देने के लिए सबसे पहले वुजू कर लें। वुजू करने के बाद किबला रुख करके बैठ जाएं, किबला रुख बैठने के बाद जिस चीज पर फातिहा देनी हो, (या इसाले सवाब देना हो) उसे अपने सामने की तरफ रख लें।
जिसपर फातिहा लगाना है, अगर वह चीज ढकी हुई है तो उसे खोल कर रखें। और आखिर में अगरबत्ती जला लें। अब आप फातिहा देने के लिए तैयार हैं|
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औरत नियाज पर फातिहा कर सकती हैं |
फातिहा का तरीका
फातिहा पढ़ने के लिए आपको सबसे पहले 3 बार दरूद शरीफ पढ़नी होगी, तीन बार दरूद शरीफ पढ़ने के बाद आपको यह सूरह पढ़नी होंगी, जो यह हैं
सूरह काफिरूँन (1 बार)
सूरह इखलास (3 बार)
सूरह फलक (1 बार)
सूरह नास (1 बार)
सूरह फातिहा (1 बार)
सूरह बकराह (1 बार)
अगर आपको दरूद शरीफ या फातिहा लगाने के लिए इन सुरहों मे से कोई सी भी सूरह याद नहीं है, इसे भी पढ़ सकते हैं |
बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम
अल्लाहुमा सल्ली अला मुहम्मद।
अल्लाहुमा सल्ली अलैहि व सल्लिम।।
3 बार दरूद शरीफ पढ़ने के बाद एक बार सूरह काफिरूँन पढ़ें
सुरह काफिरून
कुल या अय्यूहल काफिरूँन
ला अ अबुदू मा तबुदउँ
वला अंतुम आ बिदुना मा अ अबुदू
वला अना अबिदुम मा अबित तुम
वला अंतुम अबिदुना मा अ अबुद
लकुम दिनुकूम वलय दीन।।
तुम कह दो अपने ईमान से इनकार और नफरत करने वालो, नहि तो में उस की तरफदारी करता हूँ जिसकी तुम इबादत करते हो। और तुम भी उसकी तरफदारी नहीं करते हो जिसकी में इबादत करता हूँ।
और यह भी लाज़मी है कि मैं उसकी इबादत कभी न करूंगा जिसकी तुम तरफदारी करते हो। और तुम भी कभी उस की इबादत नही करोगे जिसकी इबादत में करता हूँ। इसलिए यह लाज़मी है तुम्हारे लिए तुम्हारा दीन और मेरे लिए मेरा दीन।
फातिहा देने के लिए सूरह काफिरूँन के बाद अब आपको सूरह इखलास पढ़ना होगा और अगर आपको सूरह इखलास नहीं आती, तो यह पढ़ें
सूरह इखलास
बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम
कुल हुवल लाहु अहद
अल्लाहुस समद
लम यदिल वलम यूलद
वलम युकुल लहू कुफुवन अहद।
आप यह कह सकते हैं, कि अल्लाह केवल एक ही है, अल्लाह बेनियाज़ है। अल्लाह न हि तो किसी का वालिद है, और न ही वह किसी का वारिस है। और इस पूरे जहां में अल्लाह के बराबर कोई भी नही है। फातिहा में सूरह इखलास पढ़ने के बाद अब आप पढेंगे, सूरह फलक जिसको फातिहा देते वख्त एक बार ही पढ़ना है।
सूरह फ़लक Fatiha ka Tarika Hindi me
बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम
कुल अऊजु बिरब्बिल फलक
मिन शररि मा ख़लक़
वमिन शररि ग़ासिकिन इज़ा वकब
वमिन शररिन नफ़ फ़ासाति फ़िल उक़द
वमिन शररि हासिदिन इज़ा हसद।।
आप यह कह दें, कि मैं सुबह के रब से पनाह मांगता हूँ। कायनात के सारे मख़लूक़ात के सर से, और अंधेरी रात के सर से, सारी औरतों के सर से, और हसद करने वालों के सर से में पनाह मांगता हूँ।
सूरह फ़लक के बाद अब आपको पढ़नी होगी सूरह नास, जिसको भी आपको 1 बार ही पढ़ना है। और अगर आपको सूरह नास नहीं आती है तो आप यह सूरह नास देख सकते हैं
सूरह नास Fatiha ka Tarika in Hindi
बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम
कुल आउजु विरब बिन नास
माली किन नास
मिन शर रिल विसवासिल खन्नास
अल्ल्जी युवस विसु फि सुदुरिन नास
मिनल जिन्नति वन नास
आपको यह कहना है, कि मैं पनाह में आता हूँ उन कायनात के सभी लोगों के प्रवर दीगार से, सभी लोगों के बादशाहों से सभी लोगों के ममुद से, उसके खन्नास से जो वसवसा डालते हैं। जो लोगो मे वसवसा डालते हैं। सभी इंसानों में।
फातिहा के सही तरीके में एक बार सूरह नास पढ़ने के बाद अब बारी आती है, सूरह फातिहा के पढ़ने की। जिसे भी एक बार ही पढ़ना है। तब चलिए पढ़ते हैं सूरह फातिहा
सूरह फातिहा in Hindi
बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम
अल्हम्दु लिल्लाहे रब्बिल आलमीन
अर्रहमान निर्रहीम*मालिके यौमिद्दीन
इय्याका नअबुदु वइय्याका नस्तईन
इहदिनस सिरातल मुस्तक़ीम
सिरातल लज़ीना अनअम्ता अलैहिम गै़रिल मग़दूबे अलैहिम वलद दॉल्लीन
अल्लाह पूरी कायनात का मालिक है, और उसमें सारी खूबियां हैं। वह सभी पर दया करता है, और वह बहुत रहमत वाला है। उसी को इंसाफ के दिन के नाम से भी जाना जाता है।
हम और सभी तुझी को पूजना चाहते हैं, और तुझी से हर चीज की सलाह लेना चाहते हैं। सभी को सही रास्ते पर चलाना तेरे ही ऊपरहै। तूने कई लोगों को सही रास्ता दिखाकर अपना एहसान दिखाया है।
फातिहा के तरीके में अब आखिर में आपको पढ़ना होगा, सूरह बकरा, जिसे और सुरहों कि तरह ही एक बार पढ़ना है, आपको यह बताते चलें कि सूरह बकराह कुरान पाक की सबसे बड़ी आयत है। और अगर आपको यह नहीं आती है, तो यहां से पढ़िये-
सूरह बकरा Fatiha Karne ka Tarika
बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम
अलिफ लाम मीम।
यह सारी सूरह पढ़ने के बाद अब आपने फातिहा पढ़ लिया है, फातिहा पढ़ने के बाद अब यह बख्शने का तरीका पढ़िये, जिससे आपका फातिहा सफल होगा।
सूरह बकरा (Fatiha Karne ka Tarika)
बिस्मिल्लाह हिर्रहमा निर्रहीम
अलिफ लाम मीम।
यह सारी सूरह पढ़ने के बाद अब आपने फातिहा पढ़ लिया है, फातिहा पढ़ने के बाद अब यह बख्शने का तरीका पढ़िये, जिससे आपका फातिहा सफल होगा।
बख्शने का तरीका Fatiha ki Dua
हे अल्लाह मेने आपकी सुरहें पढ़ीं, इन्हें कुबूल फरमा, और अगर मेरे पढ़ने में कोई गलती हुई है, तो मुझे अपना बच्चा समझ उसे माफ कर देना।
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